अगले दो महीनों में सोने की कीमतों में आ सकती 12-15% की गिरावट ; कीमत ₹85,000 से ₹82,000 प्रति 10 ग्राम तक आ सकती है !


विशेषज्ञों और बाजार विश्लेषण के अनुसार, अगले दो महीनों ( जुलाई-अगस्त 2025 ) में सोने की कीमतों में 12-15% की गिरावट की संभावना जताई जा रही है। क्वांट म्यूचुअल फंड की जून 2025 की रिपोर्ट में कहा गया है कि सोना अपने चरम स्तर पर पहुंच चुका है और अब इसमें गिरावट की संभावना है।

कितना नीचे आ सकता है सोना ?

1 जून 2025 को भारत में 24 कैरेट सोने की कीमत लगभग ₹97,310 प्रति 10 ग्राम थी। यदि 12-15% की गिरावट होती है, तो सोने की कीमत ₹85,000 से ₹82,000 प्रति 10 ग्राम तक आ सकती है।

यह गिरावट वैश्विक तनाव में कमी, डॉलर की मजबूती, बढ़ती सप्लाई, और मांग में कमी के कारण है। हालांकि, बाजार में उतार-चढ़ाव बना रहेगा, इसलिए निवेश से पहले बाजार की स्थिति पर नजर रखें।


अंतरराष्ट्रीय बाजार :


वैश्विक स्तर पर सोना वर्तमान में $3,362 प्रति औंस पर है, और यह $3,300-$3,400 के दायरे में रह सकता है। कुछ विश्लेषकों (जैसे मॉर्निंगस्टार के जॉन मिल्स) का मानना है कि लंबी अवधि में यह $1,820 प्रति औंस (लगभग 38% की गिरावट) तक भी जा सकता है, लेकिन यह अगले दो महीनों के लिए संभावना कम है।


सोने की कीमतों में गिरावट के कई कारण हैं

वैश्विक तनाव में कमी : अमेरिका-चीन व्यापार युद्ध और भारत-पाकिस्तान जैसे क्षेत्रीय विवादों में तनाव कम होने से सोने की सुरक्षित निवेश के रूप में मांग घटी है। अमेरिकी डॉलर की मजबूती : अमेरिकी डॉलर इंडेक्स 100 के ऊपर पहुंचा है, और मजबूत डॉलर सोने की कीमतों पर दबाव डालता है क्योंकि सोना डॉलर में मूल्यांकित होता है। ब्याज दरों और ट्रेजरी यील्ड में वृद्धि : अमेरिकी 10-वर्षीय ट्रेजरी नोट का यील्ड 4.23% पर है, और रियल यील्ड 2% के करीब है। इससे निवेशक सोने के बजाय ब्याज देने वाले विकल्पों की ओर बढ़ रहे हैं। मांग में कमी : भारत में शादी का सीजन खत्म होने और चीन में छुट्टियों के कारण सोने की मांग घटी है। इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन के अनुसार, पिछले दो हफ्तों में भारत में सोने की ज्वेलरी बिक्री 30% घटी है। बढ़ती सप्लाई : सोने की आपूर्ति बढ़ रही है, और सेंट्रल बैंकों की खरीद में कमी के संकेत हैं। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के सर्वे में 71% सेंट्रल बैंकों ने कहा कि वे 2025 में अपनी गोल्ड होल्डिंग्स कम कर सकते हैं।
शेयर बाजार में तेजी : शेयर बाजार में हालिया उछाल (जैसे सेंसेक्स 2,975 अंक बढ़कर 82,429.90 पर) ने निवेशकों को सोने से हटाकर शेयरों में निवेश के लिए प्रेरित किया है।