जब चन्द्रशेखर ने प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी से कहा कि मैं कांग्रेस के टुकड़े कर दूंगा


कांग्रेस देश की सबसे पुरानी पार्टी है. आजादी के बाद से लेकर आज तक कांग्रेस कई बार टूट चुकी है. कई नेताओ ने कांग्रेस से अलग होकर अपने बूते पर क्षेत्रीय दल बना लिए और इन्ही क्षेत्रीय दलों की वजह से कांग्रेस धीरे - धीरे कमजोर होती चली गयी. अभी कांग्रेस अपने सबसे कमजोर दौर में है. आजादी के बाद कांग्रेस पहली बार जब टूटी तब इंदिरा गाँधी प्रधानमंत्री थी.

इंदिरा गाँधी को कभी गूंगी गुडिया कहा जाता था लेकिन बाद में वो कांग्रेस की सबसे मजबूत नेता बनकर उभरी थी. इंदिरा के रहते ही कांग्रेस दो धडो में बंटी और बाद में अपने शीर्ष दौर में पहुंची जहाँ पर आज भाजपा है. लेकिन कांग्रेस का बंटवारा होने से पहले एक युवा नेता ने इंदिरा गाँधी से कहा था कि वो कांग्रेस को तोड़ देंगे और तब शायद इंदिरा गाँधी ने भी नही सोचा होगा कि आगे जाकर ऐसा कुछ होगा कि कांग्रेस दो धडो में बंट जायेगी.

इंदिरा गाँधी को ऐसा कहने वाले नेता ने आगे चलकर भारत के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली. ये नेता कोई और नही बल्कि युवा चन्द्रशेखर थे. चन्द्रशेखर को जब प्रजा सोशलिस्ट पार्टी से निकाल दिया गया था और उसके बाद चंद्रशेखर ने कांग्रेस में शामिल हो गए थे.

एक दिन चन्द्रशेखर इंदिरा गाँधी से मिलने उनके आवास पर पहुंचे और बातचीत में इंदिरा गाँधी ने चन्द्रशेखर से पूछा कि क्या वो कांग्रेस को समाजवादी पार्टी मानते है ? इंदिरा गाँधी के सामने चंद्रशेखर ने कांग्रेस को समाजवादी विचारधारा की पार्टी मानने से साफ़ साफ़ इनकार कर दिया.

चंद्रशेखर के इनकार करने पर इंदिरा गाँधी ने उनसे पूछा कि यदि वो कांग्रेस को समाजवादी परम्परा का दल नही मानते है तो फिर वो कांग्रेस में क्यों आये है ? चंद्रशेखर ने जवाब दिया कि कांग्रेस को समाजवादी बनाने के लिए ही इसमें शामिल हुए है और जब इसी सिलसिले में इंदिरा गाँधी ने चंद्रशेखर से पूछा कि यदि वो ऐसा नही कर पाए तो फिर क्या करेंगे ? करना क्या था मुंहफट स्वाभाव के चंद्रशेखर ने तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी से कहा यदि वो ऐसा नही कर पाए तो कांग्रेस पार्टी को तोड़ देंगे. तब कांग्रेस में नये नये आये चंद्रशेखर युवा थे.

कुछ वक्त बाद कांग्रेस दो धडो में बंट गयी हालाँकि उसकी वजह अलग थी. आपातकाल में चन्द्रशेखर को भी जेल में रखा गया था. कांग्रेस से अलग होकर कई नेताओ ने क्षेत्रीय दल बना लिए प्रणब मुखर्जी, ममता बनर्जी, शरद पंवार के नाम प्रमुख है. हालांकि प्रणब पुनः कांग्रेस में शामिल हो गए थे.