अजमेर दरगाह के हिन्दू मंदिर होने के दावे पर गहलोत बोले - दरगाह 800 साल पुरानी, पीएम मोदी भी चादर चढ़ा चुके है. उनकी पार्टी के लोग केस कर रहे है.


निचली अदालत के अजमेर शरीफ दरगाह के हिन्दू मंदिर होने के दावे की याचिका स्वीकार करने पर राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा अजमेर दरगाह 800 साल पुरानी है. दुनिया भर के लोग अजमेर आते है. पीएम मोदी भी यहाँ चादर चढ़ा चुके है और उन्ही की पार्टी के लोग कोर्ट में केस कर रहे है.


गहलोत ने कहा हर धर्म में थोडा भेदभाव हो सकता है असहमति हो सकती है. कोई भी अपने धर्म के बारे में सोच सकता है लेकिन इतनी घृणा पैदा कर देंगे तो वहाँ विकास कैसे होगा ? 


अशोक गहलोत ने कहा कि जहां तक मुझे जानकारी है कि बाबरी मस्जिद जब गिरी थी तो तब कानून पास किया गया कि धार्मिक स्थान किसी भी धर्म के हो उन सब पर 15 अगस्त 1947 तक जो बने हुए हैं उस पर सवाल नहीं होना चाहिए.जब से आरएसएस बीजेपी सरकार आई है, अभी देख रहे देश में धर्म के नाम पर राजनीति हो रही है. चुनाव चाहे महाराष्ट्र का हो, चाहे हरियाणा का हो, चाहे पार्लियामेंट का हो, सारे चुनाव खुलेआम ध्रुवीकरण के आधार पर जीते जा रहे हैं


पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि आरएसएस को देश में जातीय विभेद और छुआछुत मिटाने के लिए मिशन चलाना चाहिए. पीएम कहते है कि मैं थाली और ताली बजवा सकता हूँ और देश उनकी बात सुनता है तो सबसे पहले उन्हें यही काम करना चाहिए. सत्ता पक्ष की यह जिम्मेदारी है कि वो विपक्ष की भावनाओं का आदर करें और उन्हें साथ लेकर चले.