राजस्थान में पकड़े गए 900 से अधिक रोहिंग्या और बांग्लादेशी अवैध प्रवासी; पश्चिम बंगाल के रास्ते वापिस बांग्लादेश भेजेगी सरकार


राजस्थान में अवैध रूप से रह रहे सैकड़ों रोहिंग्या और बांग्लादेशी प्रवासियों को पकड़ा गया है। राजस्थान सरकार ने इन प्रवासियों की पहचान और निष्कासन के लिए एक बड़े पैमाने पर अभियान शुरू किया है।

नवीनतम जानकारी के अनुसार, लगभग 900 से अधिक रोहिंग्या और बांग्लादेशी प्रवासियों को हिरासत में लिया गया है, और इन्हें पश्चिम बंगाल के रास्ते उनके मूल देश बांग्लादेश वापस भेजे जाने की प्रक्रिया चल रही है। इनमें से कई के पास जाली दस्तावेज पाए गए हैं, और इन्हें विभिन्न जिलों के 24 शेल्टर होम में रखा गया है।

राजस्थान के सीकर जिले में हाल के महीनों में अवैध बांग्लादेशी पकड़े गए।  इसे राजस्थान में सबसे अधिक बांग्लादेशी प्रवासियों वाला जिला माना जा रहा है। सीकर में ऑपरेशन सिंदूर के बाद चलाए गए अभियानों में सैकड़ों अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों को पकड़ा गया है।

14 मई 2025 को सीकर से 148 बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार कर जोधपुर एयरफोर्स स्टेशन से डिपोर्ट किया गया। इसके अलावा, मई 2025 की शुरुआत में सीकर के एक ईंट भट्टे पर छापेमारी में 36 अवैध बांग्लादेशी पकड़े गए, और खंडेला क्षेत्र में एक दर्जन से अधिक अन्य प्रवासियों को स्थानीय कार्यकर्ताओं और पुलिस ने हिरासत में लिया।

कुल मिलाकर, राजस्थान में पकड़े गए 1008 अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों में से एक बड़ा हिस्सा सीकर से है, जिसे "मिनी बांग्लादेश" बनने की संज्ञा दी जा रही है। ये प्रवासी मुख्य रूप से ईंट भट्टों, निर्माण स्थलों और स्थानीय बाजारों में काम करते पाए गए हैं, और कई के पास जाली दस्तावेज जैसे आधार कार्ड और वोटर आईडी थे। सीकर के खंडेला, चौकड़ी रोड और अन्य क्षेत्रों को इन प्रवासियों का अड्डा बताया जा रहा है।