10वीं क्लास के बाद क्या करें ? आर्ट्स, कॉमर्स या साइंस में से क्या चुने ? जानें आगे क्या अवसर मिलेंगे


राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने 10 वीं बोर्ड के परिणाम जारी कर दिए है। शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कल शाम 4 बजे परिणामों की घोषणा की। 

10 वीं के बाद क्या ?

10वीं क्लास के बाद सही स्ट्रीम चुनना एक महत्वपूर्ण निर्णय है जो आपके भविष्य के करियर को आकार देता है। यह निर्णय आपकी रुचि, कौशल और लक्ष्यों पर आधारित होना चाहिए। 10 वीं क्लास के आगे की पढ़ाई के लिए हमें तीन मुख्य स्ट्रीम कॉमर्स, साइंस और आर्ट्स में से एक चुनना आवश्यक होता है। 

आइए हम जानते है इन तीन मुख्य स्ट्रीम्स कॉमर्स, साइंस और आर्ट्स के बारे में और संबंधित स्ट्रीम में करियर अवसरों के बारें में विस्तृत विवरण ,ताकि आपको करियर क्लैरिटी मिल सके।

साइंस ( विज्ञान ) 

अगर आपको गणित, भौतिकी, रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान या तकनीक में रुचि है। अगर आप इंजीनियरिंग, मेडिसिन, अनुसंधान, या तकनीकी क्षेत्रों में करियर बनाना चाहते हैं। अगर आपकी तार्किक और विश्लेषणात्मक सोच मजबूत है, आप साइंस ( विज्ञान ) स्ट्रीम चुन सकते है। इसमें आपको निम्नलिखित विषयों में से तीन विषय चुनने पड़ेंगे। 

PCM - (Physics, Chemistry, Mathematics): इंजीनियरिंग, आर्किटेक्चर, या गणित/तकनीकी क्षेत्रों के लिए।

PCB - (Physics, Chemistry, Biology): मेडिकल, बायोटेक्नोलॉजी, फार्मेसी, या जीवन विज्ञान के लिए।

साइंस ( विज्ञान ) में करियर अवसर:

साइंस ( विज्ञान ) चुनने पर आपको इंजीनियरिंग, मेडिकल, रिसर्च और एवीएशन और डिफेन्स आदि क्षेत्र में करियर अवसर मिलेंगे। 

इंजीनियरिंग : सिविल, मैकेनिकल, कंप्यूटर साइंस, इलेक्ट्रिकल, एयरोस्पेस आदि (IIT, NIT, या अन्य इंजीनियरिंग कॉलेजों के माध्यम से)।

मेडिकल : MBBS, BDS, BAMS, BHMS, नर्सिंग, फिजियोथेरेपी (NEET के माध्यम से)।

विज्ञान अनुसंधान : बायोटेक्नोलॉजी, माइक्रोबायोलॉजी, जेनेटिक्स, पर्यावरण विज्ञान (IISc, TIFR, या विदेशी विश्वविद्यालयों में)।

अन्य क्षेत्र : डेटा साइंस, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, रोबोटिक्स, डिफेंस (NDA), एविएशन, आर्किटेक्चर (NATA)।

प्रवेश परीक्षाएं : JEE Main/Advanced, NEET, BITSAT, NDA, NATA आदि।


कॉमर्स ( वाणिज्य )

अगर आपको अर्थशास्त्र, लेखांकन, बिजनेस, या फाइनेंस में रुचि है। अगर आप बिजनेस, बैंकिंग, या मैनेजमेंट में करियर बनाना चाहते हैं। अगर आप गणित में रुचि रखते हैं लेकिन विज्ञान में नहीं तो कॉमर्स ( वाणिज्य ) स्ट्रीम चुन सकते है। कॉमर्स ( वाणिज्य ) में आपको निम्नलिखित विषय चुनने पड़ेंगे। 

कॉमर्स ( वाणिज्य ) विषय : लेखांकन (Accountancy), व्यवसाय अध्ययन (Business Studies), अर्थशास्त्र (Economics), गणित (वैकल्पिक), सूचना प्रौद्योगिकी (IT), या अन्य वैकल्पिक विषय।

कॉमर्स ( वाणिज्य ) में करियर अवसर :

कॉमर्स ( वाणिज्य ) विषय में चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA), कंपनी सेक्रेटरी (CS), कॉस्ट मैनेजमेंट अकाउंटेंट (CMA), MBA (IIMs, XLRI), मार्केटिंग, HR, इंटरनेशनल बिजनेस, बैंक PO, निवेश बैंकिंग, फाइनेंशियल एनालिस्ट, स्टॉक मार्केट विशेषज्ञ, डिजिटल मार्केटिंग, ई-कॉमर्स, डेटा एनालिटिक्स, उद्यमिता (Startup), जिटल मार्केटिंग, ई-कॉमर्स, डेटा एनालिटिक्स, बिजनेस आदि में करियर बना सकते है। 

प्रवेश परीक्षाएं : CA Foundation, CS Executive, IPMAT, CLAT (कॉर्पोरेट लॉ के लिए), DU JAT।

आर्ट्स ( कला )

अगर आपको इतिहास, भूगोल, साहित्य, समाजशास्त्र, या रचनात्मक क्षेत्रों में रुचि है। अगर आप सिविल सर्विसेज, पत्रकारिता, शिक्षण, या रचनात्मक करियर में जाना चाहते हैं।अगर आप सामाजिक मुद्दों, संस्कृति, या कला में रुचि रखते हैं, तो आप आर्ट्स ( कला ) स्ट्रीम चुन सकते है। 

आर्ट्स ( कला ) विषय : इतिहास, भूगोल, समाजशास्त्र, मनोविज्ञान, साहित्य (हिंदी/अंग्रेजी), राजनीति विज्ञान, कला, संगीत, या अन्य रचनात्मक विषय शामिल है।

आर्ट्स ( कला ) में करियर अवसर :

आर्ट्स ( कला ) विषय चुनने पर भविष्य में आपको सिविल सर्विसेज ( IAS, IPS, IFS (UPSC, State PSC) पत्रकारिता और मीडिया ( न्यूज एंकर, कंटेंट राइटर, फिल्ममेकिंग, डिजिटल मीडिया ), LLB (CLAT, LSAT के माध्यम से), कॉर्पोरेट लॉ, क्रिमिनल लॉ, डिजाइन (फैशन, इंटीरियर, ग्राफिक), लेखन, फोटोग्राफी, थिएटर, प्रोफेसर, इतिहासकार, समाजशास्त्री, मनोवैज्ञानिक, एनजीओ, सामाजिक कार्य, पर्यटन, पुरातत्व आदि क्षेत्रों में करियर बना सकते है। 

प्रवेश परीक्षाएं: UPSC, CLAT, NIFT, DUET, TISSNET।

कैसे चुनें सही स्ट्रीम ?

रुचि और ताकत : अपनी रुचियों का आकलन करें। अगर आपको गणित और विज्ञान पसंद है, तो साइंस चुनें। अगर आपको लेखांकन और अर्थशास्त्र में रुचि है, तो कॉमर्स। अगर आप सामाजिक मुद्दों या रचनात्मकता में रुचि रखते हैं, तो आर्ट्स।

एप्टीट्यूड टेस्ट : करियर काउंसलर या ऑनलाइन एप्टीट्यूड टेस्ट (जैसे DMIT, CareerFitter) लें, जो आपकी ताकत और कमजोरियों को समझने में मदद करते हैं।

लंबे समय के लक्ष्य : क्या आप डॉक्टर बनना चाहते हैं ? बिजनेसमैन ? IAS ? अपने लक्ष्य के हिसाब से स्ट्रीम चुनें।

स्कूल और शिक्षकों से सलाह : अपने शिक्षकों से बात करें, जो आपके प्रदर्शन के आधार पर सलाह दे सकते हैं।

बाजार की मांग : डेटा साइंस, AI, डिजिटल मार्केटिंग जैसे क्षेत्र सभी स्ट्रीम्स में उभर रहे हैं। इनके लिए स्किल्स बाद में भी सीखे जा सकते हैं।

10 वीं के बाद क्या करें ?

12वीं तक चुनी हुई स्ट्रीम में अच्छे अंक लाने की कोशिश करें, क्योंकि ये कॉलेज प्रवेश और प्रतियोगी परीक्षाओं में महत्वपूर्ण हैं। कोडिंग, डिजिटल मार्केटिंग, ग्राफिक डिजाइन, या भाषा स्किल्स (जैसे अंग्रेजी, फ्रेंच) सीखना शुरू करें। अगर आप इंजीनियरिंग, मेडिकल, या UPSC में जाना चाहते हैं, तो 11वीं से ही कोचिंग या सेल्फ-स्टडी शुरू करें। 12वीं के बाद गर्मियों में इंटर्नशिप या छोटे प्रोजेक्ट्स करें, जो आपके रिज्यूमे को मजबूत करेंगे।

सुझाव

अगर आपको 10 वीं के बाद स्ट्रीम चुनने में समस्या हो रही है आप करियर काउंसलर से मिल सकते है और अपने पसंदीदा करियर के बारे में जानकारी इकट्ठा करें।अगर आप बाद में स्ट्रीम बदलना चाहते हैं, तो डिप्लोमा या स्किल-बेस्ड कोर्सेज के माध्यम से ऐसा करना संभव है।