अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प की चेतावनी के बावजूद, एप्पल आईफोन बनाने वाली कंपनी फॉक्सकॉन का भारत में 12700 करोड़ का निवेश


अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की चेतावनी के बावजूद एप्पल के लिए आईफोन बनाने वाली कंपनी फॉक्सकॉन ने  भारत में 12,774 करोड़ रुपये (लगभग 1.5 बिलियन डॉलर) का निवेश किया है। यह निवेश फॉक्सकॉन की भारतीय सहायक कंपनी युजान टेक्नोलॉजी (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड में किया गया है, जो तमिलनाडु में स्थित है।


ट्रम्प की चेतावनी :

ट्रम्प ने हाल ही में कतर में एक बिजनेस इवेंट में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प एप्पल के सीईओ टिम कुक से कहा था कि वह भारत में आईफोन उबनाना बंद करें और इसके बजाय अमेरिका में आईफोन बनाने पर ध्यान दें। ट्रम्प ने कहा, "मैं नहीं चाहता कि आप भारत में एप्पल प्रोडक्टस का निर्माण करें। भारत खुद का ख्याल रख सकता है, वे बहुत अच्छा कर रहे हैं।"

एप्पल की रणनीति :

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की चेतावनी के बावजूद, एप्पल ने भारत में अपने निवेश को कम करने की कोई योजना नहीं दिखाई।भारत में एप्पल के 15% वैश्विक आईफोन उत्पादन में योगदान के साथ, फॉक्सकॉन का यह निवेश भारत को एक प्रमुख मैन्युफैक्चरिंग केंद्र के रूप में स्थापित करने में मदद करेगा। 2024-25 में भारत ने 1.83 लाख करोड़ रुपये मूल्य के आईफोन का उत्पादन किया, जो पिछले वर्ष की तुलना में 60% की वृद्धि है।

ट्रम्प की चेतावनी :

ट्रम्प ने अमेरिका में विनिर्माण को बढ़ावा देने के लिए 27% पारस्परिक टैरिफ और 10% आधारभूत शुल्क की घोषणा की थी, जो भारत सहित कई देशों पर लागू हो सकता है। उनका दावा है कि भारत में उत्पादन से आईफोन की कीमतें बढ़ सकती हैं, क्योंकि अमेरिका में श्रम लागत और नई फैक्ट्रियों के निर्माण की लागत अधिक है।

फॉक्सकॉन की रणनीति :

फॉक्सकॉन भारत को चीन के विकल्प के रूप में देख रहा है, ताकि अमेरिका-चीन व्यापार तनाव और टैरिफ जोखिमों को कम किया जा सके। कंपनी ने तमिलनाडु के अलावा कर्नाटक और उत्तर प्रदेश में भी निवेश की योजना बनाई है। 

ट्रम्प की चेतावनी के बावजूद, फॉक्सकॉन का यह निवेश भारत के प्रति एप्पल और इसके आपूर्तिकर्ताओं के बढ़ते विश्वास को दर्शाता है। भारत की कम श्रम लागत, कुशल कार्यबल, और सरकारी प्रोत्साहन (जैसे प्रोडक्शन-लिंक्ड इंसेंटिव स्कीम) इसे वैश्विक विनिर्माण के लिए आकर्षक बनाते हैं। यह निवेश न केवल भारत की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देगा, बल्कि इसे वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी के रूप में स्थापित करेगा