भारत - पाक के सीजफायर की घोषणा के बाद चढ़ा शेयर बाजार ; सेंसेक्स में 2975 अंकों तेजी, निफ्टी में 4% तेजी


12 मई 2025 को भारत और पाकिस्तान के बीच हुए सीजफायर के बाद भारतीय शेयर बाजार में जबरदस्त तेजी देखी गई। इस सकारात्मक घटनाक्रम ने निवेशकों का भरोसा बढ़ाया, जिसके परिणामस्वरूप बीएसई सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी ने शानदार उछाल दर्ज किया।

बाजार का प्रदर्शन :

बाजार खुलते ही सेंसेक्स में करीब 1,800-2,600 अंकों की तेजी देखी गई। दोपहर तक यह 2,289-2,600 अंकों (लगभग 2.88%-3.3%) की बढ़त के साथ 81,709-81,751 के स्तर पर कारोबार कर रहा था। दिन के दौरान सेंसेक्स ने 81,830 के स्तर को भी छुआ।

निफ्टी ने भी मजबूत शुरुआत की और 461-800 अंकों (1.92%-3.3%) की उछाल के साथ 24,420-24,737.80 के स्तर पर कारोबार किया। दोपहर 12 बजे तक निफ्टी 718 अंक (2.99%) चढ़कर 24,724 पर था।

तेजी के प्रमुख कारण :

भारत-पाक सीजफायर : 10 मई 2025 को भारत और पाकिस्तान ने सीजफायर की घोषणा की, जिसके तहत दोनों देशों ने 5 बजे से सभी सैन्य कार्रवाइयों को रोकने पर सहमति जताई। इससे जम्मू-कश्मीर, पंजाब, राजस्थान और गुजरात जैसे राज्यों में सामान्य आर्थिक गतिविधियां बहाल होने की उम्मीद बढ़ी।

आर्थिक गतिविधियों में सुधार : सीजफायर से पहले, सीमा पर तनाव के कारण लोग घरों से बाहर निकलने से डर रहे थे, जिससे आर्थिक गतिविधियां प्रभावित हुई थीं। अब दुकानें खुलने और लोगों के काम पर लौटने से बाजार में रौनक लौटी।

वैश्विक संकेत : एशियाई बाजारों निक्केई, कोस्पी , एएसएक्स 200 में तेजी और अमेरिका-चीन के बीच तनाव कम होने के संकेतों ने भारतीय बाजार को और समर्थन दिया।

कंपनियों के बेहतर नतीजे : एलएंडटी और डॉ. रेड्डीज जैसी कंपनियों के चौथी तिमाही के मजबूत नतीजों ने बाजार में उत्साह बढ़ाया।

प्रमुख सेक्टर्स और शेयर :

टॉप गेनर्स : एयरलाइंस: इंडिगो के शेयर 9.72% और स्पाइसजेट के शेयर 10.44% उछले।

होटल : इंडियन होटल्स (8%+), ITC (8%+), Chalet Hotels और EIH (7% प्रत्येक) में तेजी।

बैंकिंग : एचडीएफसी बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज और आईसीआईसीआई बैंक जैसे बड़े शेयरों ने बाजार को सपोर्ट किया।

अन्य सेक्टर्स : रियल्टी और मेटल शेयरों में सबसे ज्यादा खरीदारी देखी गई।

बाजार का परिदृश्य :

पिछले हफ्ते भारत-पाक तनाव और ऑपरेशन सिंदूर के कारण बाजार में भारी गिरावट आई थी। सेंसेक्स और निफ्टी अपने उच्चतम स्तर से 15% तक लुढ़क गए थे।

सीजफायर के बाद 12 मई को आई तेजी ने न केवल इस गिरावट की भरपाई की, बल्कि बाजार में नया जोश भी भरा।